Prem Kiye Jao -- Osho

प्रेम किये जाओ - ओशो 
प्रेम किये जाओ ओशो

हर दिल एक घाटी है। यदि तुम इसमें प्रेम उंडेलो, यह जवाब देगा।
प्रेम का कोई भी अवसर मत खोओ। यहां तक कि एक गली में से गुजरते हुए तुम प्रेमपूर्ण हो सकते हो। यहां तक कि तुम भिखारी के साथ भी प्रेमपूर्ण हो सकते हो। कोई जरूरत नहीं है कि तुम्हें उसे कुछ देना है, तुम कम से कम मुसकुरा सकते हो। इसमें कुछ खर्च नहीं होता लेकिन तुम्हारी मुस्कान तुम्हारे दिल को खोलती है, तुम्हारे दिल को अधिक जीवित बनाती है। किसी का हाथ पकड़ो––चाहे दोस्त हो या अजनबी। इंतजार मत करो कि जब सही व्यक्ति होगा केवल तभी तुम प्रेम करोगे। तो फिर सही व्यक्ति कभी नहीं होगा। प्रेम किए जाओ। जितना अधिक तुम प्रेम करोगे, उतना सही व्यक्ति के आने की संभावना है क्योंकि तुम्हारा हृदय खिलना शुरू होता है। खिलता हुआ हृदय कई मधुमक्खियों, कई प्रेमियों को आकर्षित करता है।
- ओशो 

Post a Comment

0 Comments