Buddha Ki Anuthi Kranti
गौतम बुद्ध ने जितने हृदयों की वीणा को बजाया है उतना किसी और ने नहीं। गौतम बुद्ध के माध्यम से जितने लोग जागे और जितने लोग परम भगवत्ता को उपलब्ध हुए उतने किसी और के माध्यम से नहीं। गौतम बुद्ध की वाणी अनूठी है और विशेषकर उन्हें, जो सोच-विचार, चिंतन-मनन, विमर्ष के आदी हैं।
हृदय से भरे हुए लोग सुगमता से परमात्मा की तरफ चले जाते हैं, लेकिन हृदय से भरे हुए लोग कहां हैं? और हृदय से भरने का कोई उपाय भी तो नहीं है। हो तो हो न हो तो न हो। ऐसे आकस्मिक नैसर्गिक बात पर निर्भर नहीं रहा जा सकता।
- 61 - 1 Buddha Ki Anuthi Kranti
- 61 - 2 Bina Dharana Ka Dharam
- 61 - 3 Samanjani Ki Safai
- 61 - 4 Angulimal Evam Anathpindak
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